Saturday, September 21

जयपुर, राजस्थान पल्स न्यूज़
चांदीपुरा वायरस गुजरात के बाद अब प्रदेश में भी अपने पैर पसारने लगा है। डूंगरपुर जिले में 3 साल के बच्चे को चांदीपुरा वायरस पॉजिटिव होने की पुष्टि हुई है। इस रिपोर्ट के बाद प्रदेश की भजनलाल सरकार और स्वास्थ्य एवं चिकित्सा विभाग अलर्ट हो गया है। स्वास्थ्य विभाग ने पॉजिटिव आए बच्चे के आसपास के क्षेत्र में सैंपल लेने शुरू कर दिए हैं।

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार इस बच्चे के चांदीपुरा वायरस से पॉजिटिव होने की रिपोर्ट सामने आने के बाद डूंगरपुर मेडिकल कॉलेज के अधीक्षक ने कहा है कि 3 साल के बच्चे में चांदीपुरा वायरस पॉजिटिव होने की पुष्टि हुई है। वायरस से पीडि़त बच्चे को मेडिकल कॉलेज में 11 जुलाई को भर्ती कराया गया था, जहां उसका उपचार शुरू किया गया। इस दौरान बच्चें में सदिग्ध लक्षण दिखने पर उसका सैंपल 12 जुलाई को नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी पुणे को भेजा गया था, जहां उस बच्चे के वायरस से पीडि़त होने की पॉजिटिव रिपोर्ट आई है। इधर, बच्चे के वायरस पुष्टि होने के बाद स्वास्थ्य एवं चिकित्सा विभाग पूरी तरह अलर्ट होकर सैंपल लेने की प्रक्रिया को तेज कर चुका है।

गौरतलब है कि इस वायरस के कारण गुजरात और चांदीपुरा क्षेत्र में पिछले दिनों 6 बच्चों की मौत हुई है। इसके बाद से लोगों में दहशत का माहौल है। हर कोई जानना चाहता है कि यह वायरस कितना खतरनाक है। इस वायरस का ज्यादा प्रकोप ग्रामीण क्षेत्रों में देखने को मिल रहा है। इससे पहले उदयपुर क्षेत्र के खेरवाड़ा और नयागांव में दो बच्चे के वायरस से संक्रमित होने की आशंका हुई थी, लेकिन वे इस वायरस से संक्रमित नहीं निकले।

ये है चांदीपुरा वायरस
रिपोर्ट के अनुसार महाराष्ट्र के नागपुर जिले में चांदीपुरा गांव में पहली बार वर्ष, 1965 में यह वायरस सामने आया था। यह वायरस 9 से 14 वर्ष के बच्चों में सैंडफ्लाई मक्खी के माध्यम से फैलता है। इस बीमारी में बच्चों को तेज बुखार, उल्टी, दस्त और दौरे आना शुरू हो जाते हैं। चांदीपुरा गांव में पाए गए वायरस को लेकर डॉक्टरों ने फिर इसका नाम चांदीपुरा वायरस ही रख दिया। इस बीमारी से बचाव के लिए डॉक्टर के अनुसार बच्चों के शरीर को पूरी तरह से ढक कर रखने को कहा है। इसके अलावा मच्छरदानी के उपयोग और कीटनाशक के उपयोग की सलाह दी।

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