Friday, November 22

जयपुर, राजस्थान पल्स न्यूज़

गृह विभाग की समीक्षा बैठक गुरुवार को आयोजित हुई, जिसमें सीएम भजनलाल शर्मा ने कहा कि “अपराधियों में पुलिस का खौफ इतना होना चाहिए कि या तो वे अपराध छोड़ दें या फिर प्रदेश छोड़कर चले जाएं। राज्य में अराजकता और अशांति फैलाने का इरादा रखने वाले असामाजिक तत्वों की रोकथाम के लिए पुलिस खूफिया तंत्र और मुखबिर व्यवस्था का बेहतरीन उपयोग करते हुए कानून व्यवस्था बनाए रखना सुनिश्चित करें।

राजनीतिक सूत्रों के अनुसार इस बैठक में सीएम शर्मा ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि प्रदेश में शांति एवं कानून व्यवस्था को चाक-चौबंद बनाए रखने के लिए पुलिस सतर्कता और मुस्तैदी के साथ काम करें। साइबर अपराध और अवैध नशे के कारोबार में संलिप्त अपराधियों से सख्ती से निपटने के निर्देश भी दिए। उन्होंने भरतपुर में साइबर अपराध को रोकने के लिए किए जा रहे कामों की तारीफ करते हुए कहा है कि साइबर क्राइम पर पुलिस विभाग लगातार मॉनिटरिंग करे।

शर्मा ने कहा कि प्रदेश में तकरीबन 90 हजार सीएलजी सदस्य तथा 31 हजार 441 ग्राम रक्षक हैं। कम्यूनिटी पुलिसिंग के जरिए अपराध नियंत्रण, समाज में जागरूकता तथा कानून व्यवस्था बनाए रखने में सहयोगी भूमिका निभाई जा रही है। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि नवाचारों को प्रोत्साहन दिया जाए तथा अपराध को रोकने में जो पुलिस का सहयोग कर रहे हैं, उन लोगों को सम्मानित एवं पुरस्कृत किया जाए।

शर्मा ने जेलों में मोबाइल फोन संबंधी घटनाओं पर रोक लगाने, पुलिस थानों में वुमन हेल्प डेस्क की स्थापना, प्रत्येक जिले में महिला थाना, नवीन पुलिस चौकियों की स्थापना, पुलिस चौकी व थाना क्रमोन्नयन, साइबर हेल्प डेस्क की स्थापना, एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स, पुलिस थानों में इन्टरनेट कनेक्टिविटी, सीसीटीवी कैमरों की मॉनिटरिंग, नारकोटिक्स विभाग द्वारा जिम्मेदारी तय करते हुए नशे के विरुद्ध कार्रवाई करने, महिला सुरक्षा सहित विभिन्न विषयों पर समीक्षा की और अधिकारियों को निर्देश दिए।

बैठक में वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने पुलिस विभाग, भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो, राज्य विधि विज्ञान प्रयोगशाला, कारागार विभाग, अभियोजन, गृहरक्षा विभाग की बजटीय घोषणाओं की समीक्षा तथा कार्ययोजना के बारे में सीएम भजनलाल शर्मा को जानकारी दी।

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