जयपुर, राजस्थान पल्स न्यूज
पीएम कुसुम योजना के माध्यम से प्रदेश के ऊर्जा क्षेत्र में एक नए युग की शुरूआत हुई है। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने मंगलवार को बिड़ला सभागार में आयोजित मुख्यमंत्री रोजगार उत्सव में 10 हजार करोड़ रूपए से अधिक के कार्यों का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया। उनमें ऊर्जा विभाग के 7,167 करोड़ रूपए से अधिक के विकास कार्य शामिल हैं। इनमें 1863 करोड़ के कार्य प्रसारण क्षेत्र में हैं तथा शेष डिस्कॉम्स के हैं।
लगेंगे 608 पावर प्लांट, किसानों को दिन में भी बिजली मिलेगी
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री कुसुम कंपोनेंट-सी योजना के अन्तर्गत एक साथ 608 सोलर प्लांटों का शिलान्यास किया। इन प्लांटों के जरिए 5 हजार 254 करोड़ रूपए का निवेश होगा और 1501 मेगावाट बिजली का उत्पादन हो सकेगा। अतिरिक्त मुख्य सचिव ऊर्जा आलोक ने बताया कि योजना के माध्यम से करीब 2 हजार नए उद्यमी सौर ऊर्जा उत्पादन से जुड़ सकेंगे और आने वाले समय में उद्यमिता की इस अलख से प्रदेश में हर गांव-ढ़ाणी रोशन होगी।
उन्होंने बताया कि परिवर्तित बजट में वर्ष 2027 तक किसानों को सिंचाई के लिए दिन में बिजली देने का संकल्प व्यक्त किया गया इस संकल्प की प्राप्ति की दिशा में यह विकेन्द्रित सोलर प्लांट मील का पत्थर साबित होंगे। इनमें जयपुर विद्युत वितरण निगम क्षेत्र में 266 मेगावाट के 118, अजमेर विद्युत वितरण निगम क्षेत्र में 221 मेगावाट के 103 तथा जोधपुर विद्युत वितरण निगम क्षेत्र में 1014 मेगावाट के 387 सोलर प्लांट हैं।
डिस्कॉम्स की आर्थिक स्थिति होगी बेहतर
कृषि उपभोक्ताओं की बिजली की मांग को पूरा करने के लिए डिस्कॉम्स के सब स्टेशन के पास ग्रिड से जुड़े सौर बिजली संयंत्र स्थापित किए जा रहे हैं। सौर ऊर्जा संयंत्रों से मिलने वाली न्यूनतम प्रसारण छीजत की बिजली से विद्युत वितरण निगमों को अपनी आर्थिक स्थिति बेहतर करने में मदद मिलेगी।
कुसुम योजना को मिलेगी गति
राज्य सरकार के त्वरित फैसलों से कुसुम योजना के क्रियान्वयन को गति मिली है. प्रदेश में अब तक कुल 4 हजार 524 मेगावाट संयंत्रों के कार्यादेश दिए जा चुके हैं जिनमें से वर्तमान राज्य सरकार द्वारा मात्र 9 माह के अल्प समय में ही 4 हजार 385 मेगावाट संयंत्रों के कार्यादेश जारी किये गये हैं. इनसे 3 लाख 26 हजार कृषि उपभोक्ता लाभान्वित होंगे।