जयपुर, राजस्थान पल्स न्यूज़
सांगानेर के वाटिका क्षेत्र से अपहृत किए गए 11 महीने के नन्हें बालक को जयपुर पुलिस ने बंधकों से मुक्त करवा ही लिया। पुलिस को यह सफलता घटना के करीब सवा दो महीने बाद मिली। पुलिस ने मुख्य आरोपी यूपी पुलिस के निलंबित हैड कांस्टेबल को गिरफ्तार किया।
जयपुर (दक्षिण) के उपायुक्त दिगंत आनंद के अनुसार 11 महीने के नन्हें बालक का अपहरण करने वाले मुख्य आरोपी तनुज चाहर पुत्र रामगोपालसिंह चाहर निवासी बाद बसेरा, आगरा को गिरफ्तार कर लिया गया है। आरोपी से पूछताछ की जा रही है। आरोपी पर पर 25 हजार रूपए का इनाम घोषित किया गया था। आरोपी यूपी पुलिस में विशेष टीम और सर्विलांस में होने की वजह से पुलिस की कार्यशैली से भलीभांति परिचित था। उसे गिरफ्तार करने के लिए विशेष टीम गठित की गई थी। इस टीम ने आरोपी तनुज चाहर की आगरा, मथुरा व अलीगढ़ में जाकर काफी तलाश की। आरोपी ने फरारी के दौरान अपना मोबाइल इस्तेमाल नहीं किया। एक जगह से मोबाइल उपयोग करने के बाद दोबारा उस जगह पर नहीं जाता था। मोबाइल की लोकेशन के स्थान को तुरंत छोड़ देता था। अपने जानकार व्यक्ति से मिलने के बाद दोबारा उससे नही मिलता था। अपनी पहचान छिपाने के लिए कभी दाढ़ी बढ़ा लेता था, कभी सफेद दाढ़ी पर डाई कर लेता था। नए आदमी को अपना परिचय नहीं देता था।
ऐसे आया पकड़ में
22 अगस्त को विशेष टीम को तलाश के लिए आगरा के लिए रवाना किया गया था। उक्त टीम तनुज चाहर की तलाश करना शुरू किया गया तो मथुरा एवं वृन्दावन में तलाश के टीम को सूचना मिली कि तनुज चाहर ने अपनी दाढ़ी बढ़ा ली है तथा वह साधु का वेष बनाकर वृन्दावन के परिक्रमा मार्ग व यमुनाजी के खादर क्षेत्र में कहीं कुटिया बनाकर रहता है। चूंकि में यह सूचना प्राप्त हो चुकी थी, आरोपी तनुज चाहर उत्तरप्रदेश पुलिस की विशेष टीम तथा सर्विलांस टीम में तैनात रह चुका था जो पुलिस की बारीकी व पकड़ने के तरीकों को समझता था। इसलिये पुलिस टीम से बचने के लिये उसने अपनी पहचान छिपाकर दाढी व सिर के बाल बढ़ा लिये एवं साधु का चोला पहनकर भेष बदल लिया था ऐसी स्थिति में विशेष टीम द्वारा साधारण मनुष्य की तरह तलाश करने पर आरोपी की दस्तयाबी के कोई चान्स नहीं थे। इसलिये विशेष टीम द्वारा अपना रूप परिवर्तन करने के लिये अपना पहनने का चोला बदल लिया व साधु के वेश में रहना शुरू कर वृन्दावन के परिकमा मार्ग में तथा यमुनाजी के खादर क्षेत्र में भजन गान करते हुए एक साधु की तरह जगह-जगह फिरकर आरोपी की तलाश शुरू की गई। इसी दौरान 27 अगस्त को उक्त टीम को सूचना मिली कि तनुज चाहर आज गोण्डा अलीगढ साईड में गया है। जिस पर उक्त टीम द्वारा बिना देरी किये गोण्डा अलीगढ की तरफ तलाश के लिए गई। जहां पर बालक पृथ्वी व आरोपी तनुज चाहर की टीम द्वारा तलाश की गई जिस पर आरोपी तनुज को पुलिस की भनक लग गई। अपहृत बालक को तनुज गोदी में लेकर खेतों में भाग गया। टीम प्रभारी प्रेमचन्द, स.उ.नि., लाकेश हैड कानि. एवं राजेश, कानि. द्वारा तलाश की गई व पीछा किया गया तो करीब 8-10 किलोमीटर खेतों में पीछा कर मुज्जिम तनुज चाहर को सुरीर थाना क्षेत्र से पकड़ लिया गया व बालक कुक्कु को दस्तयाब कर उक्त टीम द्वारा थाना सांगानेर सदर पर लाकर पेश किया गया जाकर प्रकरण में सफलता हासिल की है।
ये था घटना का उद्देश्य
आरोपी तनुज चाहर परिवादिया को व अपहृत बालक पृथ्वी को अपने पास रखना चाहता था। जिस पर परिवादिया सहमत नहीं थी। आरोपी ने परिवादिया पर काफी दबाव बनाया लेकिन परिवादिया आरोपी के साथ नहीं जाना चाहती थी, इसलिए उसने योजना के तहत परिवादिया के नाबालिग पुत्र को अपने साथियों के साथ मिलकर परिवादिया के घर आकर जबरन अपहरण कर ले गया। अपहरण के बाद आरोपी तनुज चाहर से परिवादिया से अपनी बात मनवाने के लिये बार-बार कॉल कर धमकी दी जा रही थी तथा रंजिश की आग में उक्त आरोपी अपनी नौकरी से भी निलम्बित हो गया लेकिन अपनी जिद को नहीं छोड रहा था तथा परिवादिया से अपनी बात मनवाने की कोशिश करता रहा है।
ये है प्रकरण
जयपुर (दक्षिण) उपायुक्त दिगंत आनंद ने बताया कि 14 जून, 2023 को पुलिस थाना सांगानेर सदर पर परिवादिया पूनम चौधरी पत्नि रितुराज निवासी वाटिका, तहसील सांगानेर, जयपुर ने उपस्थित होकर एक रिपोर्ट पेश की थी। जिसमें उसने कहा था कि उसके घर पर चार आदमी आये और उसके 11 माह के बच्चे कुक्कु उर्फ काना उर्फ लाला को उठाकर ले गये, जिनमें से एक को उसने जानना बताया और उसका नाम तनुज चाहर बताया। उसकी रिपोर्ट दर्ज कर पुलिस की ओर से अनुसंधान शुरू किया गया।
प्राथमिक अनुसंधान से सामने आया कि परिवादिया पूनम चौधरी अपने पति व बच्चों के साथ वाटिका में स्थित कॉलोनी में स्वयं के मकान में निवास करती है। आरोपी तनूज चाहर परिवादिया के मामा का लड़का है एवं उत्तरप्रदेश पुलिस में जिला अलीगढ में हैड कानि० के पद पर तैनात है। वह 14 जून, 2023 को अपने चार पांच साथियों के साथ परिवादिया के उक्त मकान पर आया, जहां पर उसने पहले परिवादिया को अपने साथ जबरन ले जाने का प्रयास किया व मारपीट की। तभी परिवादिया ने बचने के लिये उनसे भागकर पास में दूसरे मकान में रह रहे अपने भाई को इस बारे में सूचना दी। जिस पर भाई मौके पर आया तो उनको आता देखकर आरोपी परिवादिया के 11 माह के बच्चे को लेकर अपहरण कर ले गया तथा उसके साथियों ने परिवादिया के भाई को गुलेल से चोट मारी जिससे उसकी आंख में गहरी चोट लग गई और आरोपी तनुज चाहर अपने साथियों के साथ उक्त 11 माह के बच्चे को अपहरण कर ले गया।