Saturday, November 23

जयपुर, राजस्थान पल्स न्यूज
साइबर ठगों से संलिप्तता में बैंक कर्मचारियों की गिरफ्तारी का सिलसिला थम नहीं रहा है। साइबर पुलिस ने एक बार फिर फर्जी दस्तावेजों पर बैंक खाता खोलने और फिर उसे साइबर ठगों को उपलब्ध कराने के एक और मामले में शनिवार को बैंक कर्मचारियों को पकड़ा है दोनों आरोपी यूको बैंक कर कर्मचारी है।

24 लाख रुपए की ठगी का मामला दर्ज
गुरुग्राम के साइबर थाना में 23 जुलाई को 24 लाख रुपए की ठगी का केस दर्ज हुआ था। पुलिस इस मामले में जांच में लगी थी। व्यक्ति को शेयर बाजार में मोटे मुनाफे का झांसा देकर फंसाया गया और उससे बैंक खाते में रुपए डलवा लिए गए। मामले में साइबर थाना पुलिस जांच करते हुए उन बैंक खातों तक पहुंची, जिनमें ठगी के रुपए जमा हुए थे। जांच के दौरान खुलासा हुआ कि बैंक अकाउंट फर्जी दस्तावेजों के आधार पर खोला गया था।

राजस्थान के रहने वाले है आरोपी
साइबर क्राइम के एसीपी प्रियांशु दीवान ने बताया कि बीते 19 अक्तूबर को दो आरोपियों को राजस्थान से गिरफ्तार किया है। आरोपियों की पहचान कनिष्क विजय वर्गीय निवासी मांगरोल (राजस्थान) और राम अवतार निवासी कुसुम विहार जगतपुरा, जयपुर (राजस्थान) के रूप में हुई है। पूछताछ के दौरान आरोपियों ने बताया कि आरोपी राम अवतार यूको बैंक मानसरोवर, जयपुर (राजस्थान) शाखा में डिप्टी मैनेजर के पद पर काम करता है। आरोपी बैंक कर्मचारी वर्ष-2016 से बैंक में नौकरी कर रहा है और पिछले डेढ़ वर्ष से जयपुर यूको बैंक की शाखा में कार्यरत है।

7-7 हजार रुपए मिले थे खाता खुलवाने के
इस मामले की ठगी में प्रयोग किया गया बैंक खाता आरोपी कनिष्क और आरोपी राम अवतार (बैंक कर्मचारी) ने मिलीभगत करके फर्जी दस्तावेज पर खुलवाया था। बैंक खाता उपलब्ध करवाने के लिए इनको 7-7 हजार रुपए मिले थे। पुलिस ने इनको दो दिन के रिमांड पर लेकर पूछताछ की है। फरवरी से अब तक साइबर ठगी के विभिन्न मामलों की जांच के दौरान गुरुग्राम साइबर पुलिस ने 20 बैंक कर्मचारियों को गिरफ्तार किया है। इनमें निजी व सरकारी बैंक दोनों के ही कर्मचारी शामिल हैं।

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