Saturday, November 23

नई दिल्ली। पश्चिमी एशिया में ईरान-इजरायल के बीच चल रहे मौजूदा तनाव के दौरान बड़ी खबर सामने आई है। आज ईरान के न्यूक्लियर ठिकानों सहित कई प्रतिष्ठानों पर एक साथ साइबर अटैक हुए हैं। इन साइबर हमलों के बीच ईरान सरकार की लगभग सेवाएं बाधित हुई हैं। इस साइबर अटैक के बाद अनहोनी की आशंकाएं प्रबल हो गई हैं, जिसे लेकर दुनिया भी सहम उठी है।

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार यह साइबर अटैक ईरान पर यह इजरायल के जवाबी हमले की दिशा में पहला कदम माना जा रहा है। ईरान के साइबर स्पेस की सर्वोच्च परिषद के पूर्व सचिव फिरोजाबादी ने घोषणा की है कि न्यायपालिका, विधायिका और कार्यपालिका सहित ईरान के लगभग सभी सरकारी बलों को गंभीर साइबर हमलों और सूचना चोरी का सामना करना पड़ा है।

ईरान इंटरनेशनल के अनुसार ईरान की सुप्रीम काउंसिल ऑफ साइबर स्पेस के पूर्व सचिव फिरोजाबादी ने कहा है कि ‘ईरान सरकार की लगभग हर सेक्टर, न्यायपालिका, विधायिका और कार्यपालिका, इन साइबर हमलों से प्रभावित हुई है। इसकी वजह से अहम जानकारियां भी चोरी हो गई हैं। हमारे परमाणु संयंत्रों के साथ-साथ ईंधन वितरण, नगरपालिका सेवाएं, परिवहन और बंदरगाह जैसे महत्वपूर्ण नेटवर्क पर भी साइबर हमला हुआ है। ये घटनाएं देश भर में फैली कई क्षेत्रों का एक छोटा सा हिस्सा मात्र हैं।’

गौरतलब है कि एक अक्टूबर को ईरान की ओर से इजरायल पर करीब 200 मिसाइलों से हमला किया गया था। जिसमें इजरायल के सुरक्षा कवच आयरन डोम ने बहुत सी मिसाइलों को हवा में मार गिराया था लेकिन कुछ मिसाइलेें इजरायल के शहरों में गिरी थीं। इस हमले के बाद से ही दुनिया भर में इजरायल के जवाबी हमले को लेकर चिंताएं भी थीं।

इजरायल के रक्षा मंत्री ने बुधवार को चेतावनी भी दी थी कि हाल ही में हुए ईरानी मिसाइल हमले का जवाब जरूर दिया जाएगा। उन्होंने कहा था कि यह उनके देश की जवाबी कार्रवाई ‘घातक‘ और ‘आश्चर्यजनक’ होगी।

Exit mobile version