Saturday, September 21

जयपुर, राजस्थान पल्स न्यूज।

राह चलते लोगों से लिफ्ट लेकर बाद में उन्हें झूठे मुकदमों में फंसाने की धमकी देने वाली लुटेरी शातिर महिला आज पुलिस के हत्थे चढ़ गई। वैशाली नगर पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए मामले का पर्दाफाश किया है। पुलिस के अनुसार महिला अब एक दर्जने से भी ज्यादा दुष्कर्म और छेड़छाड़ के झूठे मुकदमे दर्ज करावा चुकी है।

पुलिस उपायुक्त पश्चिम जयपुर अमित कुमार ने बताया कि 22 अगस्त को परिवादी तन्मय (बदला हुआ नाम) ने दर्ज एक रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि  18 अगस्त को एक लड़की ने उनसे लिफ्ट मांगी और कार में बैठने के बाद छेड़छाड़ का झूठा आरोप लगाकर पेसौ की मांग करने लगी। रुपए देने के बाद वो कार से उतर गई। इसके बाद शाम को दोबारा फोन करके अपनी सोने की चैन कार में गिरने का बहाना बनाकर एक लाख रुपए की मांग करने लगी।  उक्त प्रकरण को धारा 308 (6) बी.एन.एस. में दर्ज किया गया। फिर पुलिस ने  अनुसंधान शुरू किया। प्रकरण की गभीरता को देखते हुए  नीरज पाठक अति पुलिस उपायुक्त पश्चिम जयपुर के नेतृत्व में गठित टीम उसकी मामले की छानबीन में जुट गई।

ऐसे गिरफ्त में आई
प्रकरण दर्ज होने के बाद टीम ने परिवादी की ओर से बताए गए हुलिये और तकनीकी आधार पर सामने आया कि आरोपी त्रिशा राठौड उर्फ त्रिशा खान उर्फ नूनहार उर्फ नूनी उर्फ शानू खान उर्फ नूरी उर्फ निशा खान उर्फ नूना पुत्री जहांगीर खान उर्फ रजनीश सिंह राठौड ने कई थानों में पूर्व में भी इसी प्रकार से प्रकरण दर्ज करवाने की धमकी देकर कई लोगों से रुपए ऐंठे थे।  त्रिशा राठौड़ शातिर किस्म की महिला है, जो अपने कई नामों से जयपुर शहर और आस पास के शहरों में भी इसी प्रकार की वारदातों को अंजाम दे रही थी। चूंकि आरोपिया त्रिशा राठौड़ ने पुलिस पर कार्रवाई के दौरान दबाव बनाने में भी निपुण है जो ऐसे में आत्मदाह की धमकी देना, पुलिस पर झूठा आरोप लगाने की धमकी देना व अपने स्वयं के कपड़े उतारने की धमकी देने में माहिर है। इसको पकड़ना पुलिस टीम के लिये चुनौती बना हुआ था। पुलिस टीम ने अपनी आसूचना और हुलिये के आधार पर एवं तकनीकी समावेश से कई विभिन्न जगहों पर दबिश दी इसके बाद जाकर बडी मुश्किल से 27 अगस्त को होटल रमाडा, विधाधर नगर से दस्तयाब किया गया। इसके बाद मुख्य महानगर मजिस्ट्रेट क्रम संख्या 01 जयपुर महानगर द्वितिय की अनुमति के बाद 27 अगस्त रात को ही उसे गिरफ्तार किया गया।

ऐसे वारदात को देती थी अंजाम
पुलिस के अनुसार आरोपी महिला जो अलग-अलग नाम बदल कर रहती है। लोगों को फांसने के लिए यह लिफ्ट मांगती थी, फिर उसी को झूठे मुकदमें फंसा देती थी।  यह महिला मकान नम्बर 153 एकता नगर कॉलोनी, नाना खेडा बस स्टेण्ड जिला उज्जैन मध्यप्रदेश की निवासी है, जो जयपुर में  वैशाली नगर में जगह-जगह पर किराये के मकान में  वैशाली नगर व चित्रकूट में रहती है। यह  राह चलते लोगों को रोककर लिफ्ट लेने के बहाने उनसे मीठी बातें कर उनके मोबाईल नम्बर लेती है। बाद में मुकदमों का डर दिखाकर इन लोगों से रूपये लेने के लिये इन लोगों को फोन कॉल कर रुपयों की मांग करती है। उन लोगों को होटलों में बुलाती है। अपने साथ समय बिताने के लिये भी बोलती है। इससे लोग डरकर इस त्रिशा राठौड़ से फोन पर बातें करने लग जाते हैं जिसका फायदा उठाकर यह झूठा मुकदमा दर्ज करवाने का दबाव बनाकर रूपये ऐंठती है। बीते कई सालों में इसने लगातार कई लोगो के खिलाफ विभिन्न थानों में अपना नाम बदल बदल कर झठे मुकदमें दर्ज कराए थे।  अभी तक अनुसंधान के क्रम में यह तथ्य सामने आया है कि इस महिला ने कई मामलों में लोगों पर दबाव बनाकर पैसे ऐंठें हैं और वैशाली नगर पुलिस थाना, अन्य थानों में भी लोगों पर दबाव बनाने के लिये महिला गरिमा हेल्प लाईन पर झूठी रिपोर्ट दर्ज करवा कर फोन पर लोगों को डराकर पैसे ऐंठे लेती है।

दिल्ली में दर्ज कराए मामले
इसी क्रम में बुराड़ी (दिल्ली) में भी इस महिला द्वारा महिला गरिमा हेल्प लाईन पर झूठी रिपोर्ट दर्ज करवाकर उस शिकायत के आधार पर दबाव बनाकर भी लोगों पैसे ऐंठें हैं। वैशाली नगर पुलिस थाना पर एवं अन्य थानों में भी लोगों पर दबाव बनाने के लिये महिला गरिमा हेल्प लाईन पर झूठी रिपोर्ट दर्ज करवाई। फोन करके लोगों को डराया है और पैसे ऐंठे है।  अवैध रूप से ऐंठें गए रुपए  के लेनदेन से संबंधित वसूली के कई खातें साक्ष्य के रूप में सामने आये हैं।

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