बीकानेर, राजस्थान पल्स न्यूज।
प्रदेश में होने वाली प्रतियोगी परीक्षाओं में अभ्यर्थियों की जांच प्रक्रिया को लेकर आज विप्र फाउंडेशन युवा प्रकोष्ठ ने रोष जताया है। फाउंडेशन के प्रतिनिधि मंडल ने इस संबंध में जिला कलेक्टर को एक ज्ञापन मुख्यमंत्री के नाम सौंपा है। इसके जरिए रोष जताते हुए बताया गया है कि प्रदेश में होने वाली प्रतियोगी परीक्षाओं में जांच के नाम पर शिखा, यज्ञोपवीत के साथ छेड़छाड़ की जाती है, विवाहिता के सुहाग के प्रतीक को उतरवाने सहित अमानवीय असंवेदनीय व्यवहार किया जा रहा है।
इससे अभ्यर्थी सहित विप्र एवं सर्व समाज में आक्रोश है। पदाधिकारियों ने रोष जताते हुए कहा कि इस तरह की घटनाए धर्म संस्कार विरोधी है, इससे आस्था पर चोट लगती है, यह न्यायोचित व्यवहार नहीं है। ज्ञापन के माध्यम से जिला अध्यक्ष मुकेश कुमार पुरोहित, महामंत्री नवनीत पारीक और पंकज पीपलवा ने कहा है कि सरकार और हम सभी के प्रयासों से नकल सरीखी घटनाओं पर रोक लगनी चाहिए, लेकिन परीक्षाओं की जांच प्रक्रिया में नवीनीकरण जरूरी है। ताकि इस प्रकार की घटनाओं पर अंकुश लगेगा। फाउंडेशन ने इस विषय पर जल्द ही संज्ञान लेने की मांग सीएम से की है। प्रतिनिधि मंडल में कर्मचारी नेता और सामाजिक कार्यकर्ता भंवर पुरोहित सहित बड़ी संख्या में विप्र फाउंडेशन के लोग शामिल रहे।