बीकानेर, राजस्थान पल्स न्यूज़ ।
कहते है अतिथि देवो भवो…बीकानेर का अतिथि सत्कार विश्व पटल पर ख्यातिनाम है। यही वजह है हर साल पर्यटन सीजन में यहां देशी के साथ ही बड़ी संख्या में विदेशी मेहमान भी भ्रमण के लिए आते हैं। पर्यटकों की सीजन भले ही अभी परवान नहीं चढ़ी है, लेकिन बीकानेर में इन दिनों विदेशी पर्यटकों का आना शुरू हो गया है। वे यहां के दर्शनीय स्थलों का भ्रमण कर अभिभूत हो रहे हैं। बीकानेर में बड़ी संख्या में विदेश मेहमान पहुंचने लगे हैं। यहां पर पहुंचने पर लक्ष्मीनाथ मंदिर के पास जैन भांडाशाह मंदिर की कलात्मकता और भव्यता देख विदेशी सैलानी अचंभित रह गए। यहां पर जूनागढ़, देशनोक के साथ समीप के गांवों के रेतीले धोरे भी विदेशी सैलानियों को अपनी और खींचते हैं। वे यहां कैमल सफारी का लुत्फ भी उठाते हैं। पर्यटन सीजन मार्च तक चलेगी। विदेश मेहमान जर्मनी, इटली, फ्रांस, स्पेन, हॉलेण्ड सहित कई देशों से पर्यटक यहां आते हैं।
शादियां-पर्यटन सीजन साथ-साथ
अगले माह नवंबर में शादियों और पर्यटकों का सीजन साथ-साथ ही रहेगा। इस दौरान होटल बुक रहेंगे। नवंबर में ही पुष्कर मेला है। इसमें भी बड़ी संख्या में पर्यटक आते हैं। आगे जनवरी में बीकानेर का ऊंट उत्सव, फरवरी में जैसलमेर मेला, नागौर के पशु मेले में भी पर्यटक शामिल होते हैं। ऐसे में नवंबर-दिसंबर में धीरे-धीरे सीजन परवान चढ़ेगी। जनवरी-फरवरी में विदेशी मेहमानों के आने का सिलसिला परवान पर होगा।
धोरों का सौन्दर्य आता है रास
विदेश मेहमानों के आने का सिलसिला धीरे-धीरे शुरू हो गया है। यह सीजन मार्च तक रहेगी। असल में जो पर्यटक ग्रुप में आते हैं, वो एक रात धोरों में रहने का लुत्फ उठाते हैं। उनका डेजर्ट सफारी काफी रास आती है। इसके अलावा बीकानेर में जूनागढ़, देशनोक, पुराने शहर की हवेलियां, भाडाशाह जैन मंदिर सहित दर्शनीय स्थल उनको अपनी और खींचते हैं।
इन पर्यटक स्थलों पर जाते हैं
डेजर्ट सर्किट में बीकानेर, जोधपुर और जैसलमेर है। ऐसे में जो पर्यटक यहां आता है, वो जोधपुर और जैसलमेर भी जाता है। इसी तरह बीकानेर, पुष्कर, जोधपुर और उदयपुर एक सर्किट बनता है। ऐसे में जो भी विदेशी मेहमान आते हैं, वो इन पर्यटक स्थलों पर जरूर जाते हैं। विदेशी पर्यटकों का सीजन मार्च तक रहेगा। अगले माह यहां संख्या बढ़ने लगेगी। जैसलमेर, पुष्कर और जोधपुर जाने और आने वाले पर्यटक बीकानेर जरूर आते हैं। यहां का फोर्ट, महल, हवेलियां, करणी माता मंदिर और धोरे उनकी खास पसंद है।
– विनोद भोजक, पर्यटन व्यवसायी, बीकानेर