बीकानेर जिले के 1502 आंगनबाड़ी केंद्रों में स्मार्ट टीवी उपलब्ध करवाने का अभियान ‘निर्माण’ बुधवार को प्रारंभ हुआ। रवींद्र रंगमंच पर आयोजित कार्यक्रम के दौरान शिक्षा मंत्री डॉ. बी.डी. कल्ला तथा ऊर्जा मंत्री भंवर सिंह भाटी ने पहले चरण में 825 आंगनबाड़ी केंद्रों के लिए स्मार्ट टीवी वितरित किए। जिला कलेक्टर श्री भगवती प्रसाद कलाल की पहल पर भामाशाहों ने यह स्मार्ट टीवी उपलब्ध करवाए हैं। इस दौरान ‘निर्माण’ पत्रिका का विमोचन किया तथा इस अभियान में सहयोग देने वाले 30 भामाशाहों का सम्मान किया गया।
इस अवसर पर शिक्षा मंत्री डॉ. कल्ला ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा स्कूलों और आंगनबाड़ी केंद्रों में आधारभूत सुविधाओं के विकास पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। जिले में चलाया गया ‘निर्माण’ अभियान इस दिशा में अहम साबित होगा। उन्होंने कहा कि बच्चे अत्याधुनिक तकनीक से शिक्षा ग्रहण करें, जिससे वे वर्तमान दौर के साथ आगे बढ़ सकें।
ऊर्जा मंत्री भंवर सिंह भाटी ने कहा कि बीकानेर, भामाशाहों की नगरी है। यहां के भामाशाह प्रत्येक सकारात्मक कार्य के लिए पूर्ण मनोयोग से सहयोग देते हैं। उन्होंने कहा कि दूरस्थ आंगनबाड़ी केंद्रों में स्मार्ट टीवी उपलब्ध करवाए जाने से यहां के बच्चे खेल-खेल में बेहतरीन शिक्षा ग्रहण कर सकेंगे।
संभागीय आयुक्त उर्मिला राजोरिया ने आंगनबाड़ी केद्रों पर उपलब्ध करवाई जाने वाली विभिन्न सेवाओं की जानकारी दी तथा कहा कि ‘निर्माण’ अभियान जिला प्रशासन द्वारा पूर्व में किए गए नवाचारों की श्रृंखला में बेहतर परिणाम देने वाला साबित होगा।
जिला कलेक्टर भगवती प्रसाद कलाल ने अभियान की रूपरेखा के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि पूर्व में ‘डिजिटल इनीशिएटिव फॉर क्वालिटी एजुकेशन’ के तहत जिले के 965 स्कूलों, मदरसा और छात्रावासों में स्मार्ट टीवी उपलब्ध करवाए गए। इन स्मार्ट टीवी के माध्यम से स्कूलों में डेढ़ लाख घंटे से अधिक अध्ययन हुए, जिससे स्कूलों में उपस्थिति और फाइनल परिणाम में सकारात्मक बदलाव आया। उन्होंने बताया कि अब ‘निर्माण’ के माध्यम से आंगनबाड़ी केंद्रों में स्मार्ट टीवी दिए जाएंगे। टीवी के साथ पेनड्राइव में डिजिटल कंटेंट भी होगा। उन्होंने इस मुहीम में सहयोग देने वाले भामाशाहों का आभार जताया और कहा कि इस पहल से आंगनबाड़ी केंद्रों के बच्चों को सीखने के अच्छे अवसर मिलेंगे। उन्होंने आंगनबाड़ी केंद्रों में पोषण वाटिकाओं और सहजन फली के पौधों के रोपण की जानकारी भी दी।
इससे पहले शिक्षा मंत्री और ऊर्जा मंत्री ने ‘निर्माण’ पत्रिका का विमोचन किया। डीआईक्यूई के परिणामों पर आधारित फिल्म प्रदर्शित की गई।