Wednesday, October 30

बीकानेर, राजस्थान पल्स न्यूज़

पिछले कुछ समय में देशभर में बड़ी संख्या में विभिन्न तरीको से साइबर धोखाधड़ी के मामले सामने आए हैं। आमजन को साइबर धोखाधड़ी से बचाव रखने के लिए पुलिस मुख्यालय-साइबर क्राइम की ओर से चलाये जा रहे साइबर सुरक्षा जागरूकता अभियान के तहत गुरुवार को वायु सेना स्टेशन, नाल में साइबर सुरक्षा जनजागृति कार्यशाला आयोजित की गई।

इस वर्कशॉप में संस्थान में कर्मचारियों तथा अधिकारियो के लिए साइबर अपराध जागरूकता कार्यक्रम वायु सेना, नाल मुख्यालय के ऑडिटोरियम में आयोजित किया गया । पुलिस निरीक्षक गोविंद व्यास ने बताया कि अमूमन साइबर अपराध के मूल कारण लालच, वासना और अज्ञानता है। साथ ही उन्होंने इस बात का महत्व रेखांकित किया कि वर्तमान में डाटा का लीक होना और उसका दुरूपयोग विश्व जगत की सबसे बड़ी समस्या बनती जा रही है लिहाजा ऑनलाइन जगत में स्वयं के बारे में न्यूनतम जानकारी ही साझा की जाए।

उन्होंने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के बारे में बताया और उन्होंने इसका साइबर अपराध में किस प्रकार प्रयोग हो सकता है, इसकी जानकारी दी। साथ ही पुलिस द्वारा दिन-प्रतिदिन किये जाने वाले साइबर अपराध के अनुसंधान से उत्पन्न अनुभव भी उदाहरण के माध्यम से साझा किये तथा कानूनी प्रावधानों से अवगत करवाया ऑनलाइन मित्रता और सोशल मीडिया पर अपनी जानकारी कम से कम साझा करने पर जोर दिया।

प्रोग्रामर शिवकुमार शर्मा द्वारा पीपीटी तथा अपने पेशेवर अनुभव के माध्यम से साइबर अपराध क्या हैं, साइबर अपराध के विभिन्न प्रकार एवं साइबर अपराध से बचाव के उपायों के बारे में अवगत करवाया गया। उन्होंने साइबर अपराध, सावधानियां, राहत तंत्र तथा साइबर अपराध होने की दशा में रखी जाने वाली सावधानियों तथा बचाव के उपाय भी बताए । Toll free no. 1930, cybercrime.gov.in एवं मोबाईल नंबर 78770454980 पर हम किस प्रकार कार्य कर सकते हें इसकी जानकारी दी l

वर्कशॉप के अंत में विभिन्न प्रश्नों एवं आशंकाओं का समाधान किया गया एवं जिला पुलिस अधीक्षक कावेंद्र सिंह सागर द्वारा जारी साइबर अपराध जागरूकता से संबंधित पेम्पलेट उपलब्ध करवाये गये।

स्क्वॉड्रन लीटर हेमा वर्षा एवं सूचना अधिकारी, 46 विंग ने जिला पुलिस के इस वर्कशाप के लिए आभार व्यक्त किया। फ्लाइट लेफ्टिनेंट ईशा गुप्ता ने ऐसी वर्कशॉप संस्थान परिसर में निवास करने वाले परिवारों के लिए भी आयोजित करने के लिए सुझाव भी दिया।

Exit mobile version