Saturday, November 23

बीकानेर, राजस्थान पल्स न्यूज़

राष्ट्रीय अश्व अनुसंधान केंद्र में शनिवार को 36वां स्थापना दिवस समारोहपूर्वक मनाया गया। इस अवसर पर केंद्र के प्रभागाध्यक्ष डॉ. एससी मेहता की दो पुस्तकों का विमोचन भी किया गया।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि राजुवास एवं महाराजा गंगासिंह विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफसर मनोज दीक्षित ने कहा कि अक्सर अनुसंधान संस्थाओं का आम जनता से जुड़ाव कम होता है लेकिन अश्व अनुसंधान केंद्र ने यह कार्य अच्छा कर रखा है। उन्होंने इस प्रकार के आयोजनों को इवेंट के रूप में आयोजित करने पर बल दिया एवं अपने आप को वर्ल्ड में स्थापित करने के लिए सोशल मीडिया एवं नवीन तकनीकों का प्रयोग करने पर बल दिया।

इस अवसर पर केंद्र के प्रभागाध्यक्ष डॉ. एससी मेहता ने केंद्र की उपलब्धियों के साथ-साथ घोड़े को आम जनता से जोड़ने के जो प्रयास पिछले 5–6 वर्षों में किए गए कार्यों के बारे में बताते हुए कहा कि यहां अश्व पर्यटन प्रारंभ किया गया। अश्व प्रतियोगिताएं को “अंतरराष्ट्रीय ऊंट उत्सव” में शामिल करवाया गया एवं एनसीसी के साथ अश्व खेलों का आयोजन भी करवाया गया। आज की अश्व प्रतियोगिताएँ भी उसी दिशा में बढाया गया एक कदम है।

कार्यक्रम में केंद्र के डॉ. टी राव ताल्लुड़ी को सर्व श्रेष्ठ वैज्ञानिक, डॉ. जितेन्द्र सिंह एवं ओमप्रकाश को सर्वश्रेष्ठ तकनीकी अधिकारी तथा अशोक कुमार को सर्व श्रेष्ठ सहायक कर्मचारी का पुरस्कार दिया गया।
कार्यक्रम में वैज्ञानिक- अश्वपालक बैठक का आयोजन डॉ. राव एवं डॉ. कुट्टी द्वारा किया गया।

कार्यक्रम से पहले अश्व प्रतियोगिताएँ करवाई गई। इस अवसर पर प्रो. प्रवीण बिश्नोई, प्रो. रमेश ददेड़, प्रो. राजेश नेहरा, जोरावरसिंह चौहान, केंद्र के पूर्व प्रभारी डॉ. एसएन टंडन सहित कई जने मौजूद रहे।

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