बीकानेर राजस्थान पल्स न्यूज़
बीकानेर में गुरुवार रात को आई तूफानी बारिश ने शहर सूरत बिगाड़ दी है। पानी के तेज बहाव के कारण देर रात को सूसागर की एक दीवार ध्वस्त हो गई। वहीं शहर में कई स्थानों पर बारिश का पानी एकित्रत हो गया है। कच्ची बस्तियां जलमग्न हो गई है। शहर में तेज बारिश का दौर मध्यरात्रि को शुरू हुआ। इस दौरान जमकर मेघ बरसे। जगह-जगह पानी एकत्रित होने से कीचड़ फैल गया है। बारिश ने पानी निकासी की पोल खोलकर रखी है।
विधायक ने की कलक्टर से बात
उधर, भारी बारिश के बाद सूरसागर की दीवार ढह गई थी, इसको लेकर आज सुबह बीकानेर पूर्व की विधायक सिद्धि कुमारी ने जिला कलेक्टर से दूरभाष पर बात कर जल्द स्थाई समाधान की बात रखी। विधायक सिद्धि कुमारी ने कहा सूरसागर की दीवार ढहने के बाद सड़क का कुछ हिस्सा भी क्षतिग्रस्त हुआ है इससे दुर्घटना की आशंका रहेगी। ऐसे में जरूरी है कि दीवार की मरम्मत तुरंत कराई जाए। जलभराव वाली जगहों पर पंप लगाकर पानी खाली करवाया जाए जिससे आमजन को परेशानी नहीं हो। विधायक ने कलक्टर से कहा है कि भविष्य में ऐसी स्थिति नहीं हो इसके प्रयास किए जाए। विधायक से बातचीत के बाद जिला कलेक्टर ने तुरंत संज्ञान लिया और प्रसाशनिक अमले को मौके पर भेजकर काम शुरू करवा दिया है। जल्द ही आम रास्ता सुचारु किया जाएगा।
कांग्रेस ने जताया रोष, पुलिस से बोलचाल
बारिश के बाद शहर में उपजे हालातों को लेकर आज कांग्रेस के नेताओं ने रोष जाहिर किया। आज सुबह देहात कांग्रेस के अध्यक्ष बिशनाराम सियाग और पार्षद आनंद सिंह सोढ़ा सहित कई कांग्रेस के नेता कलक्ट्रेट पहुंचे थे, इस दौरान उन्होंने प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। ऐसे में पुलिस कर्मियों से भी कांग्रेस कार्यकर्ताओं नौंक-झौंक हो गई। पुलिस कार्यकर्ताओं को रोकना चाहती थी, लेकिन कांग्रेस नेता कार्यकर्ता नहीं रूक और कलक्ट्रेट कार्यालय में पहुंच गए। कलक्टर से मिलने के बाद कांग्रेस के नेताओं ने शहर के हालातों से अवगत कराया। देहात अध्यक्ष बिशनाराम ने कहा कि बारिश के बाद पूरा शहर पानी-पानी है। सूरसागर की दीवार ढह गई है। समीप की सड़क क्षतिग्रस्त है। रातभर से आमजन परेशान है, प्रशासन के नियंत्रण कक्ष में फोन करें लेकिन किसी ने सुध नहीं ली। बताया जा रहा है कि सुबह यूआईटी के एक तहसीलदार को लोगों ने कमरे में बंद कर दिया था। इसके बाद पुलिस एक पार्षद को उठाकर ले गई और हिरसात में डाल दिया। कांग्रेस के नेताओं ने पार्षद को जल्द ही रिहा करने की मांग रखी। साथ संबंधित दोषी पुलिसकर्मी, प्रशासनिक अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की मांग रखी।