बीकानेर, राजस्थान पल्स न्यूज़
महाराजा गंगासिंह विश्वविद्यालय, बीकानेर के कैरियर काउंसलिंग एण्ड प्लेसमेन्ट सेल के द्वारा ‘‘शिक्षा-उद्योग इन्टरफे्स’’ कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए विश्वविद्यालय कुलपति आचार्य मनोज दीक्षित ने उद्मियों से कहा कि विश्वविद्यालय चाहता है कि बीकानेर के युवाओं को बीकानेर में ही रोजगार के अवसर प्राप्त हो ताकि उनकी क्षमता एवं दक्षता का बीकानेर के विकास के लिए उपयोग किया जा सके। कुलपति ने कहा कि विश्वविद्यालय का कार्य विद्यार्थियों को रोजगार के अवसर प्रदान करना नही है अपितु उनकी क्षमता में अभिवृद्धि करते हुए उन्हे दक्ष बनाना है। यदि विद्यार्थी दक्ष होगा तो उसे उनके रोजगार के अवसर प्राप्त हो सकेंगे। आचार्य मनोज दीक्षित ने कहा कि सर्वश्रेष्ठ विद्यार्थी को तो उसकी दक्षता के आधार पर रोजगार का अवसर प्राप्त हो जाएगा परन्तु नीचे के स्तर के विद्यार्थी को भी रि-साईक्लिंग के माध्यम से सर्वश्रेष्ठ विद्यार्थी के समकक्ष लाने की चुनौति हम सबके सामने है। कुलपति ने आह्वान किया कि विद्यार्थी के व्यक्तित्व विकास हेतु हमे प्रयास करने चाहिए ताकि वे वर्तमान युग के अनुसार अपने आप को तैयार कर सके।
कुलपति आचार्य मनोज दीक्षित ने कहा कि बीकानेर की स्थानीय संस्कृति के अनुसार व्यापार मेले आयोजित कराने चाहिए ताकि स्थानीय संस्कृति से दूर-दराज में बैठे व्यक्तियों को परिचित कराया जा सके। इससे बीकानेर के हर उद्योग को विकसित होने में सहयोग प्राप्त होगा। हमारा प्रयास है कि हम हस्तशिल्प कला सेतु का गठन कर बीकानेर की कला को विकसित करने में महत्वूपर्ण भूमिका प्रदान करे।
संवाद कार्यक्रम के प्रारम्भ में कुलसचिव श्री हरि सिंह मीना ने समस्त बीकानेर उद्योग संस्थाओं से पधारे महानुभवों का विश्वविद्यालय की ओर से हार्दिक स्वागत एवं अभिनन्दन किया तथा वित्त नियंत्रक श्री अरविन्द बिश्नोई ने विश्वविद्यालय में अध्ययन करने वाले विद्यार्थियों की समय पर काउंसलिंग करने की सलाह दी।
कार्यक्रम की शुरूआत में डाॅ. बिठ्ठल बिस्सा ने कार्यक्रम की रूपरेखा रखी वहीं कार्यक्रम का संयोजन करते हुए डाॅ. चन्द्रशेखर श्रीमाली ने सभी उद्योगपतियों का परिचय करवाया।
बीकानेर व्यापार जगत के ये लोग रहे उपस्थित
सिरैमैक्स ग्रेनिटो लि. के डायरेक्टर इंजी. के. बी. गुप्ता, बीकानेर जिला माइन्स एसोसिएशन के चैयरमेन राजेश चूरा, जिला उद्योग संघ के अध्यक्ष द्वारकादास पच्चीसिया, बीकानेर व्यापाार उद्योग मंडल संरक्षक अनन्तवीर जैन, डूडी ऑटोमोबाईल्स के सुरेश डूडी, एसएमई कंसलटेंट गोविन्द भादू, एस्किन साॅफटेक के कीर्तिमान लोढ़ा, मेहता कूलर के एमडी हेमन्त मेहता, बीकानेर जिला उद्योग संघ के सचिव वीरेन्द्र किराडू, बृज केमिकल्स के डाॅ. अशोक धारणिया, सीजीएमआरसी के डाॅ. दिनेश बिश्नोई, बुल पाॅवर लि. के एमडी डाॅ. शरद दत्ता आचार्य, आदित्य फाइनेंस लि. के हेमन्त आसोपा, आईटेक के मितेश खत्री, एमएम ग्रुप के किशन मोदी, अरोड़ा टेक्सटाइल के शिव अरोड़ा, विनोद एग्रो के एमडी विनोद बाफना, मैसर्स सम्पत लाल डागा के रोहित डागा, अंबरवाला के हरिओम पुरोहित, ग्लोबल वूलस लि. के अशोक सुराना, वैल्थोनिक फाइनेंस लि. के एमडी पीयूष शंगारी, सीए सोहनलाल बैद, जेबीटीओ प्राइवेट लि. के तोलाराम पेडीवाल, सागर होटल के एमडी दिनेश अग्रवाल, राजस्थान वूलन के अध्यक्ष कमल कल्ला, सावन पारीक ने अपने सुझाव दिये।
अधिकांश उद्योग जगत से जुड़े हुए प्रतिनिधियों को सुझाव था कि विश्वविद्यालय विद्यार्थियों को सैद्धान्तिक ज्ञान के साथ-साथ प्रायोगिक ज्ञान पर भी विशेष महत्व दे ताकि वे दक्ष होकर औद्योगिक संस्थाओं में आवश्यकतानुसार सहयोग प्रदान कर सके।
धन्यवाद ज्ञापन विश्वविद्यालय के कैरियर काउंसलिंग एण्ड प्लेसमेंट के सदस्य श्री मानकेशव सैनी ने दिया। संवाद कार्यक्रम में विश्वविद्यालय की ओर से प्रो. राजाराम चोयल, डाॅ. मेघना शर्मा, डाॅ. अभिषेक वशिष्ठ, डाॅ. प्रभुदान चारण, डाॅ. ज्योति लखाणी, डाॅ. सीमा शर्मा, डाॅ. अनिल कुमार दुलार, डाॅ. धर्मेश हरवानी, डाॅ. लीला कौर, डाॅ. संतोष कंवर शेखावत उप कुलसचिव डाॅ. प्रकाश सारण सहित विश्वविद्यालय के अधिकारी एवं शिक्षक उपस्थित रहे।