बीकानेर, राजस्थान पल्स न्यूज़।
बीती रात तक जिले के थानों में कई अपराधिक मामले दर्ज किए गए है। पुलिस से सुबह की रिपोर्ट में सामने प्रकरणों का संक्षिप्त विवरण यहां प्रस्तुत है।
दहेज के लिए विवाहिता की हत्या
दहेज हत्या का एक मामला जयनारायण व्यास कॉलोनी थाने में सामने आया है। परिवादी भोगादीत, अजमेर निवासी गोपी बंजारा पुत्र रणजीत ने इस संबंध में रिपोर्ट दर्ज कराई है। परिवादी का आरोप है कि उनकी पुत्री गुडी का विवाह छह साल पहले ओमाराम से हुई थी। आरोप है कि ससूराल वाले उसे तंग परेशान करते थे। २० जुलाई को परिवादी की बेटी को दहेज के लिए मारपीट कर उसे गंभीर रूप से अधमरा कर दिया, जब परिवादी और उसका पुत्र पहुंचे तो देखा गुड्डी की लाश पड़ी थी, उसके गले में चोट के निशान दिख रहे थे। फिर पुलिस को इसकी सूचना दी, उसकी पुत्री की लाश पीबीएम मोर्चरी में पड़ी है। आरोप है कि उसकी बेटी को ससूराल वालों ने दहेज के लिए जान से मार दिया। पुलिस ने ओमाराम, गोपालाराम, आबल देवी पत्नी गोपालराम, सूरज, रमेश पुत्र गोपालराम, निवासी उदासर के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू की है।
मारपीट कर चेन तोडक़र ले गए
मारपीट कर चेन छीनने का एक मामला बीछवाल थाने में दर्ज किया गया है। इस संबंध में परिवादी पनपालसर निवासी विक्रमसिंह राजपूत ने रिपोर्ट दर्ज कराई है। परिवादी का आरोप है कि १८ जुलाई को रात आठ बजे महावीर, जयपाल, लिखमाराम, रामरतन, हजारीराम जाट ने प्रार्थी के साथ लाठी व सरियो से मारपीट की। गले से चेन तोडक़र ले गए और जान से मारने की धमकी दी।
बाइक पर किया हाथ साफ
मोटरसाइकिल चोर अपनी कारगुजारियों से बाज नहीं आ रहे हैं। पलक-झपकते ही बाइक पर हाथ साफ कर देते हैं। ताजा मामला सदर थाने में दर्ज कराया गया है। इसमें परिवादी राजेन्द्र कुमार मोदी, निवासी रामपुरा बस्ती ने रिपोर्ट लिखवाई है। परिवादी का आरोप है कि उसकी मोटरसाइकिल गंगानगर चौराहा, महारानी स्कूल के आगे खड़ी थी जिस पर 19 जुलाई सुबह ९ से शाम ७ बजे के बीच कोई अज्ञात चोर हाथ साफ कर गया।
छल पूर्वक षडयंत्र रचकर ऋण नहीं चुकाया
व्यवसायिक ऋण लेकर नहीं चुकाने का मामला सामने आया है। इस संबंध में परिवादी कैलाशपुरी निवासी मानवेन्द्र सिंह ने नापासर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है। परिवादी का आरोप है कि मोहम्द आशिफ, मंजूर अली, सुल्ताना पत्नी मंजूर अली, सलमा बानो, सोहनलाल ने कंपनी के साथ छल कपट किया और आपस में मिलीभगत और आपराधिक षडयंत्र रचकर स्वयं सदोष लाभ प्राप्त करने एवं कंपनी को हानि पहुंचाई। छलकपट करके ऋण तो ले लिया लेकिन व्यवसाय को ही बंद कर दिया और ऋण की राशि हड़प ली।