भरतपुर। नगर निगम परिसर में गुस्साए भाजपा पार्षदों ने बृहस्पतिवार को साधारण सभा की बैठक नहीं बुलाने को लेकर हंगामा काटा। महापौर के चैंबर पर ताला लगाकर अपनी नाराजगी जताई। इस दौरान पुलिस अधिकारियों से नेताओं की तीखी बहस और झड़प हुई।
नगर निगम में नेता प्रतिपक्ष रूपेंद्र के नेतृत्व में भाजपा पार्षदों सुबह पहले नगर निगम के गेट पर एकत्रित हुए और धरना देकर प्रदर्शन किया। बाद नगर निगम के गेट का ताला लगाने के लिए अंदर पहुंचे। यहां पुलिस ने उन्हें गेट पर ताला लगाने से रोक दिया। इसे लेकर मथुरा गेट थानाधिकारी पन्नालाल, कोतवाली थानाधिकारी दिनेश कुमार व पुलिस बल और पार्षदों के बीच जमकर धक्का-मुक्की और एक-दूसरे में खींचतान हुई। बाद में पार्षदों ने महापौर के कार्यालय का ताला लगाते हुए नारेबाजी की।
रूपेंद्र ने कहा कि पिछले 6 महीने से साधारण सभा की बैठक नहीं हुई है। 15 दिन पहले महापौर को पत्र दिया था। कहा कि शहर की समस्याओं जलभराव, सीवरेज से लोग परेशान हैं। सफाई का ठेका 9 करोड़ से 30 करोड़ में पहुंचा दिया गया। विषयों पर चर्चा के लिए साधारण सभा की बैठक बुलानी चाहिए। नेता प्रतिपक्ष ने महापौर पर फर्जी पट्टा प्रकरण में संरक्षण का आरोप लगाया। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर इसी महीने साधारण सभा की बैठक नहीं बुलाई तो पार्षद आमरण अनशन पर बैठेंगे।
प्रदर्शन में पार्षद सुरजीत सिंह, प्रकाश, नीरज, अनिल, सुंदर सिंह, वीरमती, भरत सिंह धाऊ, कपिल फौजदार, भगवान सिंह, पंकज गोयल, विष्णु मित्तल, चंदा पंडा, रामवीर सीटू ऋषिराज सिंह, कृष्ण कुमार शर्मा, तेजवीर मीणा, समंदर सिंह, ओमवीर सिंह, नरेश जाटव, जगत सिंह गुर्जर, आकाश व वीरेंद्र आदि मौजूद रहे।
विपक्षियों पर कोई मुद्दा नहीं
चुनावी साल में विपक्षियों के पास कोई मुद्दा नहीं है। भाजपा ने इनको एक काम दिया है, नगर निगम संस्था है वहां जाकर हल्ला करो। मैं बैठक के लिए अनुमति देता हूं, लेकिन बैठक के लिए कोई प्रशासनिक अधिकारी नहीं है। विधायक और सांसद नगर निगम के सदस्य होते हैं। उसके यहां कुछ हो जाए तो बैठक नहीं रख सकते। मंत्री के परिवार में गमी के कारण बैठ रद्द करनी पड़ी थी। कमिश्नर से कहा कि बैठक ले लीजिए उन्होंने कहा ट्रांसफर हो गया है। नए कमिश्नर आएंगे तब बैठक होगी।
अभिजीत कुमार, महापौर नगर निगम