Friday, November 22

अलवर, राजस्थान पल्स न्यूज़
अलवर जिले की गोविंदगढ़ थाना पुलिस की टीम ने हथियारों के बल पर लूट करने वाले अंतर्राज्यीय गिरोह का खुलासा कर दो सक्रिय बदमाशों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। डीग जिले के थाना नगर निवासी बदमाश नरेश गुर्जर पुत्र बलराम (25) व रामवतार गुर्जर पुत्र सियाराम (28) की गिरफ्तारी से फायरिंग व लूट की 12 वारदातें खुली है।

एसपी आनंद शर्मा ने बताया कि घटना के संबंध में 19 जुलाई को एक परिवादी ने रिपोर्ट दी कि आज वह कृष्णा कॉलेज जालूकी से अपने गांव जा रहा था। गांव न्याणा पेट्रोल पंप से आगे बाइक सवार तीन बदमाशो ने उसे रुकवाया और कट्टे की नोक पर जेब में रखे 1300 रुपए व बाइक लूट ले गए।

घटना के एक रोज बाद 21 जुलाई को एक व्यापारी ने रिपोर्ट दी कि रोजाना की तरह उसका मुनीम नौगांवा व मुबारिकपुर कलेक्शन के लिए गया था। वापसी में रात के समय करीब 8:30 बजे सिरमौर गांव से आगे बाइक सवार अनजान तीन जनों ने धारदार हथियार से वार किया और कट्टा दिखा कर जान से मारने की धमकी दे कलेक्शन का बैग छीन कर भाग गए। जिसमें करीब 2.20 से 2.45 लाख रुपए थे। 

दोनों घटनाओं में अलग-अलग मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की गई। एसएचओ मुकेश कुमार के नेतृत्व में गठित की गई टीम द्वारा आसूचना संकलन एवं तकनीकी सहायता से बुधवार को आरोपी रामावतार गुर्जर व नरेश गुर्जर को गिरफ्तार किया गया। जिसमें से नरेश गुर्जर को बापर्दा रखा गया है, अन्य आरोपियों की पुलिस तलाश कर रही है।

गिरफ्तार दोनों बदमाशों ने इन दोनों घटनाओं के अतिरिक्त एक माह पहले कामां से डीग रोड पर रात के समय एक अपाचे बाइक व 5500 से 6000 की लूट, 2 महीने पहले बहरोड की तरफ सफेद पट्टी स्प्लेंडर मोटरसाइकिल की चोरी, 5-6 महीने पहले कामां की तरफ एक स्प्लेंडर बाइक की लूट, थाना जालूकी के गांव रानोटा से एक बाइक लूटना बताया।

इसके अलावा तीन-चार महीने पहले गांव बरखेड़ा साद में झगड़े में नरेश द्वारा फायरिंग करना, चार-पांच महीने पहले नरेश ने तीन चार लड़कों के साथ जयपुर से एक स्विफ्ट कार चोरी करना, 5 से 6 महीने पहले नरेश व उसके साथी द्वारा जालूकी से अलवर की तरफ एक बाइक लूट, नरेश गुर्जर ने कठूमर के बड़ौदाकान में फायरिंग करना, एक-दो महीने पहले रामवतार व नरेश तथा अन्य ने बेरु से नगर की तरफ एक बाइक सवार से ₹500 छीनना तथा 5 महीने पहले नरेश व साथियों ने बड़ौदामेव से आगे सफेद पट्टी लगी एक बाइक छीनना स्वीकार किया है।

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