अजमेर, राजस्थान पल्स न्यूज
अजमेर में जेट एयरवेज के फाउंडर नरेश गोयल के 538 करोड़ के मनी लॉन्ड्रिंग केस में नाम आने का झांसा देकर एक महिला LDC से 1.25 लाख रुपए की ठगी कर ली गई। मामला अजमेर के क्रिश्चियनगंज थाना इलाके का शनिवार शाम का है। इस साल राजस्थान में डिजिटल अरेस्ट का यह 12वां मामला है।
सिम कार्ड गलत एक्टिविटीज में शामिल
क्रिश्चियनगंज पुलिस थाने में अजमेर की राजीव कॉलोनी निवासी महिला ने बताया कि वह एक सरकारी LDC कर्मचारी है। महिला के पास शनिवार सुबह एक कॉल आया। कॉल करने वाले ने खुद को TRAI का कर्मचारी बताया। इसके बाद कहा- उसके नाम से एक सिम कार्ड मुंबई में खरीदा गया है। यह सिम कार्ड गलत एक्टिविटीज में शामिल हैं। इसके चलते महिला के आधार कार्ड से जुड़े सारे सिम कार्ड 2 घंटे में बंद हो जाएंगे।
युवती ने इसे लेकर मदद मांगी तो कॉलर ने कहा- हम आपकी मदद करना चाहते हैं इसके लिए मुंबई साइबर क्राइम डिपार्टमेंट को आपकी कॉल ट्रांसफर कर रहे हैं। आपको मुकदमा दर्ज करवाना होगा कि आपने कोई सिम नहीं खरीदी है और इसके लिए वह आपको क्लेरिफिकेशन लेटर देंगे। ताकि भविष्य में आपकी आईडी से खरीदी सिम का मिसयूज हो तो आपको जिम्मेदार नहीं माना जाए।
जेट एयरवेज के मनी लॉन्डरिंग केस में नाम आने का झांसा दिया
बाद में लड़की के पास एक विडियो कॉल आया जिसमे उसका आधार नंबर पूछा गया और फिर कहा कि आपकी आईडी जेट एयरवेज मनी लॉन्ड्रिंग नरेश गोयल केस में यूज हो रही है। यह पूरा 538 करोड़ रुपए का घोटाला है। इस बात को लेकर युवती काफी डर गई और सामने वाले ने उन्हें बताया कि यदि आप इस मामले में दोषी पाई जाती हैं तो आपको 3 से 5 साल की जेल और 10 लाख का जुर्माना हो सकता है।
अकाउंट ब्लॉक की धमकी और जेल का दिखाया डर
ठगी ने बताया कि हम आपकी विडियो रिकॉर्डिंग कर कोर्ट को सबूत के तौर पर देंगे, RBI द्वारा अकाउंट पर सर्विलांस लिया जाएगा, अगर आपके अकाउंट में नरेश गोयल द्वारा कोई ट्रांजैक्शन नहीं पाया गया तो आपका पैसा वापस आपके अकाउंट में आ जाएगा नहीं तो ब्लॉक कर दिया जाएगा। युवती इन बातों से डर गई और जेल के डर से ठगी के कहे अनुसार उन्हें बैंक अकाउंट जो नरेश बिश्नोई के नाम पर था उसमें 1.25 लाख रुपए ट्रांसफर कर दिए। इसके बाद साइबर ठगों ने कॉल काट दिया। शाम को जब साइबर ठगों से संपर्क नहीं हुआ तो महिला ने बैंक में कॉल कर जानकारी मांगी। तब उन्हें पता चला कि उनके साथ फ्रॉड हुआ है। इसके बाद रिपोर्ट दर्ज करवाई।