अजमेर, राजस्थान पल्स न्यूज।
प्रदेश में ऑन लाइन ठगी के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। आए दिन अलग-अलग तरीकों से इसी तरह की ठगी के प्रकरण सामने आ रहे हैं। ताजा मामला अजमेर शहर का है, जहां पर एक शिक्षिका को डिजिटल अरेस्ट कर उससे 12 लाख 80 हजार रुपए की ठगी कर ली। उस शख्स ने स्वयं को क्राइम ब्रांच का अधिकारी बताकर पीड़ित को कनाडा में मनी लांड्रिंग का मामला दर्ज होने का डर दिखाया। बाद में मामले में जेल जाने से बचने का झांसा देकर चार ट्रांजैक्शन के जरिए 12 लाख 80 हजार रुपए हड़प लिए। महिला टीचर ने मामले की शिकायत साइबर थाने में दी है। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
साइबर थाना पुलिस के अनुसार मेयो कॉलेज गर्ल्स स्कूल निवासी गार्गी दास की ओर से मुकदमा दर्ज करवाया गया है। पीड़ित ने बताया कि वह इंग्लिश टीचर है। उसके पास 25 अगस्त 2024 को ट्राई से एक कॉल आया। कॉलर ने खुद को ट्राई का अधिकारी बताते हुए उसका मोबाइल नंबर बंद करने की धमकी दी और कहा कि उसके खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का मामला है।
पीड़ित महिला शिक्षिका ने बताया कि बाद में उसके पास व्हाट्सएप पर दूसरे नंबर से कॉल आया। इसमें कॉलर ने स्वयं को क्राइम ब्रांच मुंबई से अधिकारी विजय खन्ना बताया था। महिला को उससे कहा कि उसके विरुद्ध कनाडा में एफआईआर दर्ज हुई है। जिसके फेक दस्तावेज भेजकर उस व्हाट्सएप पर धमकाया भी।
जेल जाने का दिखाया डर
पीड़ित शिक्षिका ने बताया कि बाद में कॉलर ने उससे कहा कि जेल जाने से बचना चाहते हो तो यह बात किसी को नहीं बताओगे, नहीं तो आप और आपका परिवार मुसीबत में पड़ जाएगा। बाद में उसे डिजिटल अरेस्ट कर ऑनलाइन के माध्यम से डिजिटल कोर्ट रूम लगाया और उसे जेल जाने का डर दिखाकर कर ट्रांजैक्शन के जरिए 12 लाख 80, हजार रुपए ट्रांसफर करवा लिए।
पीड़ित शिक्षिका ने बताया कि ट्रांसफर करवाने के बाद कॉलर ने कहा कि यह पैसे वापस आ जाएंगे। लेकिन जब उसने वापस कॉल किया तो अज्ञात व्यक्ति ने कॉल रिसीव नहीं किया। शिक्षिका ने बताया कि ठगों ने उसे जेल जाने का भय दिखाते हुए धोखाधड़ी की है। साइबर थाना पुलिस मामले की जांच में जुटी है।